**”सीएम योगी: शिक्षा का माहौल प्रोत्साहक, भारत विश्व गुरु की ओर बढ़ रहा”**

Screenshot 2024 06 30 101433 #"एक जनपद, #अमर उजाला द्वारा आयोजित मेधावी सम्मान समारोह का आयोजन, #भारत की शिक्षा व्यवस्था और विश्व गुरु बनने की दिशा में तेजी, #मुख्यमंत्री योगी, #मेधावी सम्मान समारोह, एक उत्पाद"

सीएम योगी ने मेधावी सम्मान समारोह में छात्रों से कहा, “वर्तमान में शिक्षा का माहौल बेहद प्रोत्साहक है। भारत तेजी से विश्व गुरु बनने की दिशा में अग्रसर हो रहा है।”

मेधावी सम्मान समारोह…

अमर उजाला की ओर से आयोजित मेधावी सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेधावियों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों के पूछे सवालों के जवाब भी दिए। पूरा कार्यक्रम गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुआ।

मेधावी सम्मान समारोह: अमर उजाला की ओर से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मेधावी सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेधावियों को सम्मानित किया। साथ ही उन्हें आगे बढ़ने के टिप्स भी दिए। मुख्यमंत्री योगी ने छात्रों से संवाद भी किया।

Screenshot 2024 06 29 205356 #"एक जनपद, #अमर उजाला द्वारा आयोजित मेधावी सम्मान समारोह का आयोजन, #भारत की शिक्षा व्यवस्था और विश्व गुरु बनने की दिशा में तेजी, #मुख्यमंत्री योगी, #मेधावी सम्मान समारोह, एक उत्पाद"
अमर उजाला की ओर से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मेधावी सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

सम्मानित छात्रों की सूची 

हाईस्कूल टॉपर के छात्रों के नाम
1. यूपी बोर्ड टॉपर- प्राची निगम
2. मानसी चौरसिया
3. श्रीयांस सेठी
4. दीपांशी सिंह सेंगर
5. रशिका
6. भार्गवी सिंह
7. चाहत पटेल
8. मोहम्मद अयान

इंटरमीडिएट टॉपर के छात्रों के नाम
1. यूपी बोर्ड टॉपर- शुभम वर्मा
2. अविशा सिंह
3. आदिति कुमार यादव
4. काजल सिंह
5. राधिका
6. कशिश मोर्य
7. नूतन यादव

असफलताओं से घबराएं नहीं: सीएम योगी

 सफलता के मार्ग में कठिनाइयां आती हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधन में छात्रों से कहा। इनसे घबराने की जरूरत नहीं है। यदि हमारे पथ पर समस्या परेशानी बाधा नहीं आ रही है। तो मानिए कि हम गलत पथ  पर हैं। मुख्मंत्री आदित्यनाथ ने  विद्यार्थियों से कहा कि सफल होने का एक मात्र कुंजी  परिश्रम है। और परिश्रम सही दिशा में सही तरीके से होना चाहिए। जब  किसान समय-समय पर अपने फसल में खाद और पानी देता है तब जाकर अच्छी फसल की पैदावारी होती है। वैसे ही विद्यार्थियों को समय समय पर अपनी शिक्षा के फसल में मेहनत करना चाहिए। सरकार ने विद्यार्थियों सुविधा के लिए अनेक अथक  प्रयास प्रारंभ किए हैं। जिससे विद्यार्थियों को मदत मिल सके।  सरकारी स्कूलों में सरकार अच्छे शिक्षक दे रही है। अलंकार प्रोजेक्ट के तहत सरकारी स्कूलों का कायाकल्प हो रहा है। हमने अभ्युदय कोचिंग प्रारंभ की है। जिससे विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने में कोई दिक्कत न हो, और शिक्षा का कार्यवाहन आसानी से हो सके।
सीएम योगी ने छात्रों को सफल होने के लिए दिए टिप्स 
छात्रों को अपने लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और अपने शिक्षकों से खुलकर संवाद करना चाहिए। आज शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक वातावरण है और समाज का हर वर्ग आपके समर्थन में है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को विश्व गुरू के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस सम्मान समारोह को एक चुनौती के रूप में लें। आज जो सम्मान आपको प्राप्त हुआ है, उसे और अधिक कैसे बढ़ाया जा सकता है, इस पर विचार करें। पिछले एक से दो वर्षों में आपके प्रयास कितने सफल रहे हैं, इसका मूल्यांकन करें।
सीएम योगी ने बताया कैसे रहे तनाव मुक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि तनाव को अपने जीवन में प्रवेश न करने दें। अपनी दिनचर्या को नियमित रखें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। हर काम को समय पर पूरा करें। दिन और रात को अलग-अलग समय में विभाजित करके कार्य करें। समय की पाबंदी आपको अनुशासित बनाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पाठ्यक्रम को अधिक रुचिकर बनाने की कोशिश करनी चाहिए।

सीएम योगी और विद्यार्थियों के बीच संवाद…

1. राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्रा कृष्णा तिवारी ने एक सवाल पूछा कि परीक्षाओं के समय हम कई बार तनाव में आ जाते हैं। आप इस तनाव से कैसे निपटते हैं?

मुख्यमंत्री: आपने बहुत अच्छा प्रश्न किया है। सबसे पहले, मैं अमर उजाला परिवार को इस आयोजन के लिए धन्यवाद देता हूँ। प्रदेश के सभी छात्र-छात्राओं को हार्दिक बधाई। यहां उपस्थित छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक है, और मैं देख रहा हूँ कि छात्राओं ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। मेरिट सूची से स्पष्ट है कि बालिकाएं तनावमुक्त रहती हैं और कड़ी मेहनत करती हैं।

जीवन में इस बात को हमेशा याद रखना चाहिए कि परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है। जब हम मेहनत करते हैं, तो परिणाम अवश्य आते हैं और हमें अपने कार्यों का आकलन करने का अवसर भी मिलता है। यदि किसी कार्य में कोई बाधा नहीं है, तो मान लीजिए कि आपकी दिशा सही नहीं है।

बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के संबंध में नियमित कॉलम प्रकाशित होते हैं। मैंने सुझाव दिया है कि अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी ऐसे कॉलम निकाले जाएं। युवाओं के लिए एक पेज विशेष रूप से समर्पित होना चाहिए। प्रत्येक छात्र-छात्रा को प्रधानमंत्री मोदी की पुस्तक “एग्जाम वारियर” पढ़नी चाहिए।

2.सोनम पाठक: सीतापुर की बाबूराम सावित्री देवी विद्यालय की छात्रा हूँ। मेरा प्रश्न है: जब आपने सन्यास लिया, तो आपके माता-पिता की प्रतिक्रिया क्या थी?

मुख्यमंत्री: यह एक बड़ी चुनौती थी। मैंने अपनी माँ को इसके बारे में नहीं बताया था, लेकिन जब मैंने अपने पिता को बताया, तो वे बहुत नाराज हो गए। मुझे चुपचाप घर से निकलना पड़ा। जिसे हम मृत्यु समझते हैं, वह भी जीवन का एक रूप है, और जिसे हम असफलता मानते हैं, वह अक्सर सफलता की राह खोलता है।

हर माता-पिता की यह इच्छा होती है कि उनका बच्चा योग्य बने और विभिन्न क्षेत्रों में तरक्की करे। मेरा मानना है कि हर अभिभावक को यह देखना चाहिए कि उनका पुत्र एक अच्छा इंसान बने। जब वह अपनी जिम्मेदारियों को निभाना सीख जाएगा, तब उसका मुकाम सबसे ऊंचा हो जाएगा। हमारे शिक्षकों और अभिभावकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे बच्चों को अच्छा इंसान बनने की दिशा में मार्गदर्शन दें।

3. ईशान पचौरी: आगरा की ईशा ने पूछा है कि यदि कोई छात्र अपना करियर राजनीति में बनाना चाहे तो उसके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात क्या है?

मुख्यमंत्री: हमारे देश में पिछले पांच हजार वर्षों से राजनीति हो रही है। भगवान कृष्ण से बढ़कर इस क्षेत्र में पारंगत अवतारी पुरुष और कौन हो सकता है? आप अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत करें। राजनीति में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का आना आवश्यक है। अच्छे शिक्षक, किसान, वकील, पत्रकार — सभी को राजनीति में आना चाहिए ताकि इसे और बेहतर बनाया जा सके। जाति और धर्म के नाम पर की जाने वाली राजनीति देश को कमजोर करती है। युवाओं से मेरा आग्रह है कि आप अपने क्षेत्र में श्रेष्ठ बनें, राजनीति खुद आपके पीछे आएगी। हमें ऐसा कार्य करना चाहिए कि पद हमारे पीछे आए।

4. सांभवी द्विवेदी: लखनऊ के सिटी मांटेसरी स्कूल की छात्रा हूँ। मेरा सवाल यह है कि जब आप हमारी उम्र में थे, तब आप अपना करियर किस दिशा में बनाना चाहते थे?

मुख्यमंत्री: जब मैं आपकी उम्र का था, तब मुझे भी लगता था कि मुझे एक अच्छा इंजीनियर बनना चाहिए। मेरा मानना था कि एक अच्छा इंसान बनकर लोगों के साथ खड़ा होना बहुत महत्वपूर्ण है। जब मैंने सन्यास लिया, तो शुरुआत में लोग मुझे आलोचना करते थे, लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि मेरा मार्ग सही था। भौतिक उपलब्धियां कभी भी आपको पूरी तरह संतुष्ट नहीं कर सकतीं। मैंने सन्यास का मार्ग चुना, जो एक प्लान का हिस्सा था। आज भी हम दिन में 16 से 18 घंटे मेहनत करते हैं ताकि देश को कुछ दे सकें।

5. इशिका गुप्ता: जालौन के सरस्वती ज्ञान मंदिर की छात्रा हूँ। मेरा प्रश्न यह है कि यहां के नागरिकों को विकसित बनाने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए?

मुख्यमंत्री: हमने “एक जनपद, एक उत्पाद” की पहल शुरू की है। आपकी मेरिट में जो स्थान है, वह आपकी कड़ी मेहनत का परिणाम है, लेकिन इसके पीछे एक टीम का भी योगदान है, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आपके साथ जुड़ी है। देश को विकासशील से विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एकता आवश्यक है और प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाना होगा। रोजगार का सृजन करना भी महत्वपूर्ण है। भारत लगातार प्रगति कर रहा है। जिस इंग्लैंड ने कभी भारत पर शासन किया था, उसकी आजादी के मात्र 75 सालों में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। 2047 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

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